मंगलवार को राजभवन में अरुणाचल प्रदेश एवं मिजोरम राज्य का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर दोनों राज्यों के उत्तराखण्ड में रह रहे छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए उपस्थित सभी लोगों को पूरे प्रदेश की ओर से स्थापना दिवस की बधाई दी। इस अवसर पर अरुणाचल प्रदेश के छात्र-छात्राओं ने सुंदर गीत की प्रस्तुति दी।
राज्यपाल ने कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की इस अनूठी पहल हमारे विविध राज्यों की परस्पर परंपराओं, प्रथाओं, संस्कृति और ज्ञान की समझ को बढ़ाते हुए देश की एकता और अखंडता को मजबूत करती है। उन्होंने कहा कि कई वर्षों तक मैंने इन राज्यों में अपनी सैन्य सेवाएं दी है। इसलिए मैं इन दोनों प्रदेशों की समृद्ध संस्कृति एवं अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य से भलीभाँति परिचित हूँ।
उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर ‘राष्ट्रप्रथम’ के मूलमंत्र से ही देश को तेजी से आगे बढ़ा सकते हैं। आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत, सशक्त भारत के लिए प्रत्येक व्यक्ति और राज्य का योगदान जरूरी है। उन्होंने कहा कि आप जो इस अमृतकाल की अमृत पीढ़ी हैं, आपके कठोर परिश्रम, साधना और समार्थ्य से देश विकसित भारत के संकल्प को साकार किया जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के माध्यम से राज्यों के लोगों से परस्पर परिचय, प्रवासी लोगों के बीच संवाद, एकता की भावना, राज्यों की विविध परंपराएं, कला, संस्कृति, वेशभूषा और खानपान की शैली का भी आदान-प्रदान होता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक राज्य की एक विशिष्ट पहचान है, राज्यों की विविधता भारत की ताकत हैं। तमाम विविधताओं के बावजूद भी हम सब एक हैं, यही भारत की विशेषता है।
इस कार्यक्रम में सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।