मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बुधवार को अहमदाबाद में उत्तराखंड सेवा समिति अहमदाबाद के प्रतिनिधियों ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी उत्तराखंड वासी देश व विदेश में अपनी मेहनत एवं प्रतिभा के बल पर स्वयं के साथ प्रदेश को भी पहचान देने का कार्य कर रहे है। उन्होंने अहमदाबाद सहित गुजरात के अन्य शहरों में रह रहे प्रवासी उत्तराखंड वासियों से अपने राज्य के विकास में सहयोगी बनने की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखंड वासियों द्वारा उन्हें दिये गये ज्ञापन में उठाये गये विषयों के समाधान के संबंध में आवश्यक कार्यवाही एवं सहयोग का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने प्रवासी उत्तराखंड वासियों से अपने बच्चों को अपनी बोली भाषा सिखाने पर भी ध्यान देने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति एवं परम्पराओं से यदि हम जुड़े रहेंगे तो हमारी भावी पीढ़ी भी इससे जुडी रह सकेगी।
उत्तराखण्ड सेवा समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि उत्तराखंड से हमारे जो भी गणमान्य व्यक्ति यहां आते हैं और जो यहां पर प्रवासी उत्तराखंडी हैं उन्हें भवन बनाने के लिए गुजरात सरकार से जमीन संपादन हेतु आपके सहयोग की अपेक्षा रखते हैं। यह भवन बन जाने से गुजरात के प्रवासी उत्तराखण्डीयों को अपने समाज-संस्कृति से जुड़े रहने के लिए एक अच्छा माध्यम मिल जायेगा और उत्तराखण्ड से जो भी लोग यहां प्रवास के लिए आते हैं उन्हें भी बड़ी सुविधा रहेगी।
उनके द्वारा यह भी अनुरोध किया गया कि गुजरात से हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक उत्तराखण्ड राज्य में आते हैं। और हम उत्तराखण्डी अपने पैतृक गांव आते-जाते रहते हैं। अहमदाबाद से काठगोदाम एवं रामनगर के लिए कोई ट्रेन न होने के कारण पर्यटक एवं प्रवासी उत्तराखण्डीयों को काफी असुविधा होती है। इसके लिये मुंबई से लालकुवाँ की भांति अहमदाबाद से काठगोदाम के लिए एक ट्रेन शुरू कर दी जाय तो इससे उत्तराखंड को आने वाले पर्यटक और प्रवासीयों को बड़ी सुविधा होगी।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड सेवा समिति के प्रवीन पाण्डेय, एल.पी. गैरोला आदि उपस्थित थे।